Saturday, July 19, 2008

फूट डालो और राज करो







3 comments:

सुभाष नीरव said...

भाई ॠतेश, आपका "वातायन" देखा। चिट्ठा जगत वालों ने आज ही लिंक भेजा है। आपके प्रोफाइल से पता चलता है, आप दिल्ली में ही रहते हो। भाई बुरा न मानना, इस नाम का ब्लाग गत कई महीने से पहले ही भाई रूप सिंह चन्देल निकाल रहे हैं। थोड़ा नाम में आपको परिवर्तन करना चाहिए था। बहरहाल, भाई चन्देल का "वातायन" साहित्यिक है, और आपका ब्लाग राजनीति से जुड़ा लगता है। चन्देल भी दिल्ली में रहते हैं, उनके ब्लाग का लिंक है- www.vaatayan.blogspot.com उनके दो और ब्लाग हैं- "रचना समय" और "रचना रूप"। आप चाहें तो अपने ब्लाग के नाम के आगे या पीछे कुछ लगाकर दूसरे "वातायन" से भिन्न कर सकते हैं। इससे व्यूअर्स को कोई परेशानी नहीं होगी।

36solutions said...

बढिया प्रयास है आपका, धन्यवाद । इस नये हिन्दी ब्लाग का स्वागत है ।

भाई सुभाष नीरव जी के बातों पर हम भी सहमत हैं कृपया .....

मेरी यूरोप यात्रा की एक झलक’
आरंभ ‘अंतरजाल में छत्तीसगढ का स्पंदन’

Chandan Kumar Jha said...

बहुत अच्छे ब्लाग कि शुरुआत की है आप ने.
सराह्निय प्रयास है आपका बस इसे बढाते चलिये.